Hindi Poetries on Love | Love Poems in Hindi
इस दिसम्बर बाजारों में सीजन”सेल” का चल रहा है,
धंधा यहां पर सारा मोहब्बतों के खेल का चल रहा है !!
ये वह दौर है जहां सारे कबूतर ही बे-रोजगार हो गए,
अब चिट्ठी कौन बांधेगा जमना ई-मेल का चल रहा है !!
ये हमारा इश्क भी किसी चक्रवृद्धि ब्याज की तरह है,
लाख किश्त देने पर भी मुकदमा बेल का चल रहा है !!