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Attitude का मतलब क्या है | नजरिए का महत्व.

आपका स्वागत है! यहां आपके सवाल पर आधारित एक संक्षिप्त प्रारंभिक लेख है जो “Attitude का मतलब क्या है | नजरिए का महत्व” पर ध्यान केंद्रित है।सबके जीवन में ‘एटीट्यूड’ एक महत्वपूर्ण पहलू है जो हमारे व्यक्तित्व और जीवन को प्रभावित करता है। इसका मतलब होता है हमारी दृष्टि, भावना और व्यवहार की एक आदत या तरीका। आपका नजरिया या दृष्टिकोण आपके एटीट्यूड को प्रभावित करता है। इस लेख में, हम एटीट्यूड के मतलब के बारे में विस्तृत जानकारी देंगे और नजरिए के महत्व को समझाएंगे।

Attitude(नजरिया) यह अंग्रेजी का एक महत्वपूर्ण शब्द है। हमारा नजरिया ही यह निर्धारित करता है, कि हम भविष्य में क्या करने वाले हैं। क्या आप सोच सकते हैं कि बिना अच्छे नजरिए के, एक शिक्षक अच्छा शिक्षक, एक अधिकारी अच्छा अधिकारी, एक छात्र अच्छा छात्र बन सकता है? नजरिया हमारे जीवन के हार और जीत सुख और दुख के लिए बहुत ही अधिक उत्तरदाई है। यह हमारे जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। हमारा क्षेत्र चाहे जो हो कामयाबी की बुनियाद तो नजरिया ही है।

नजरिया क्या है?-What is attitude?

Attitude ka matlb हमारा नजरिया ‘किसी व्यक्ति या किसी चीज़ के बारे में सोचने या महसूस करने का एक व्यवस्थित तरीका है। आमतौर पर वह जो किसी व्यक्ति के व्यवहार में दिखता है।’

नजरिया एक शब्द है जो हमारे मानसिक और भावनात्मक दृष्टिकोण को व्यक्त करता है। यह हमारे विचार, मूल्यांकन, धारणाएं और विचारधारा के प्रति हमारी दृष्टि और ढंग से प्रभावित होता है। नजरिया हमारे सोचने और व्यवहार के तरीके पर गहरा प्रभाव डाल सकता है और हमारे जीवन की दृष्टि को संचालित कर सकता है। इसलिए, नजरिया हमारे व्यक्तित्व, समाजिक संबंध, और सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

सबसे महत्वपूर्ण चीज हमारी अंदरूनी शख्सियत है। हमारी अंदरूनी शख्सियत की वजह से ही हमारा नजरिया बनता है, जो हमें ऊपर उठाता है। हावर्ड विश्वविद्यालय के विलियम जेम्स (William James) का कहना है,“हमारी पीढ़ी की सबसे बड़ी खोज यह है कि इंसान अपना नजरिया बदल कर अपनी जिंदगी को बेहतर बना सकता है।”

हमारी कामयाबी में नजरिए का महत्व – Importance of attitude in our success.

क्या आपने कभी या महसूस किया है, कि कुछ लोग, संस्थाएं, या देश दूसरों के मुकाबले अधिक कामयाब क्यों होते हैं । इसमें कोई राज नहीं छुपा वह इसलिए कामयाब होते हैं। क्योंकि वह दूसरों के मुकाबले अधिक असरदार ढंग से सोचते और काम करते हैं, जो एक अच्छे नजरिए से आता है।

कैलगिरी टावर (Calgary Tower) की ऊंचाई 190.8 मीटर है। उसका कुल वजन 10884 टन है। उसमें से 6349 टन (कुल वजन का लगभग 60 प्रतिशत भाग वजन जमीन के अंदर है) इससे जाहिर होता है, कि भव्य दिखने वाली कई इमारतों की नींव काफी मजबूत होती है। जिस तरह किसी भव्य इमारत के टिके रहने के लिए उसकी नींव मजबूत होनी चाहिए, उसी तरह कामयाबी के टिके रहने के लिए भी मजबूत बुनियाद की जरूरत होती है। और कामयाबी की बुनियाद होती है नजरिया।

एक बार एक आदमी मशहूर फ्रांसीसी दार्शनिक (philosopher) ब्लेज पास्कल (Blaise Pascal) से मिला और उसने कहा – “अगर मेरे पास आपके जैसा दिमाग हो तो मैं बेहतर इंसान बन जाऊंगा। ”इस पर पास्कल ने जवाब दिया ,“बेहतर इंसान बनो तुम्हारा दिमाग खुद ब खुद मेरे जैसा हो जाएगा।”

आपके नजरियों को निर्धारित करने वाले कारक – Factors that determine your attitude.

यह सच है कि हम अपने मिजाज की कुछ खासियत के साथ पैदा होते हैं । लेकिन बाद में हमारा जो नजरिया बनता है, उसे खासतौर से यह तीन चीजें तय करती हैं–

  1. माहौल (Environment)
  2. अनुभव (Experience)
  3. शिक्षा (Education)

1. माहौल (Environment)

माहौल में निम्न चीजें शामिल होती हैं –

  • घर – अच्छा या बुरा प्रभाव
  • स्कूल – साथियों का दबाव
  • काम – मददगार या जरूरत से अधिक दाब
  • मीडिया – टेलीविजन, अखबार, रेडियो ,फिल्मे इत्यादि
  • सांस्कृतिक पृष्टभूमि –
  • परम्परा एवं मान्यताएं
  • सामाजिक माहौल
  • राजनीतिक माहौल

2. अनुभव (Experience)

हम दिन भर में विभिन्न प्रकार के लोगों से मिलते हैं, और उसी हिसाब से उनकी प्रत्येक नजरिया बनाते हैं। अगर व्यक्ति अच्छा है ,तो अच्छा नजरिया अगर बुरा है तो बुरा नज़रिया बनाते है। अनुभव और घटनाएं हमारी जिंदगी के संदर्भ बिंदु बन जाते हैं। हम उनसे नतीजे निकालते हैं जो भविष्य के लिए मार्गदर्शन की भूमिका निभाते हैं।

3. शिक्षा (Education)

शिक्षा औपचारिक और अनौपचारिक दोनों तरह की होती हैं । आजकल हम लोग सूचनाओं के सागर में गोते लगा रहे हैं। लेकिन ज्ञान और समझदारी का अकाल पड़ा हुआ है । ज्ञान को योजनाबद्ध ढंग से समझदारी में बदला जा सकता है , और समझदारी हमें कामयाबी दिलाती है।

शिक्षा ऐसी होनी चाहिए, जो हमें केवल रोजी – रोटी कमाना नहीं बल्कि जीने का तरीका भी सिखाए।(Attitude ka matlb)

सकारात्मक नजरिए के फायदे-Benefits of Positive attitude

  • शख्सियत खुशनुमा हो जाती है।
  • आप समाज में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले सदस्य और राष्ट्र की संपत्ति बन जाते हैं।
  • जोश पैदा होता है।
  • जिंदगी का आनंद बढ़ जाता है।
  • आप के अगल-बगल के लोगों को प्रेरणा मिलती है।
  • उत्पादकता बढ़ जाती है।
  • टीम भावना बढ़ती है।
  • समस्या हल हो जाती है।
  • माहौल आपके मुताबिक बनता है।
  • गुदवत्ता बढ़ जाती है।

नकारात्मक नजरिए के नतीजे – The consequences of negative attitude.

  • संबंधों में कड़वाहट बढती है।
  • लोग नाराज रहते हैं।
  • जिंदगी बे मकसद हो जाती है।
  • सेहत खराब रहती है।
  • खुद के लिए और दूसरों के लिए तनाव बढ़ाता है।
  • घर और कामकाज की जगह का माहौल बिगड़ जाता है।

हम अपना नजरिया क्यों नहीं बदलते-Why we not change our attitude.

मैं सही कहानी के माध्यम से आप को समझाना चाहूंगा। यह कहानी एक ऐसे कैदी के बारे में है, जो सालों तक एक काल कोठरी में कैद रहा । सजा काट लेने के बाद उसे आजाद कर दिया गया , उसे काल कोठरी से बाहर खुली छूट में लाया गया। उस आदमी ने अपने चारों ओर देखा। कुछ देर में ही वह अपनी इस नई आजादी से परेशान हो गया। उसने वापस कालकोठरी में जाने की इच्छा जाहिर की। वह आजादी और खुली दुनिया के बदलाव को कबूल करने के बजाय कालकोठरी ,अंधेरे, और हथकड़ियों में ही सुरक्षा और आराम आराम महसूस कर रहा था, क्योंकि उन्हें का आदी हो चुका था ।

इन दिनों भी कई कह दिया ऐसा ही व्यवहार करते हैं। एक अनजाने संसार के साथ तालमेल कायम करने का तनाव उनकी बर्दाश्त से बाहर होता है । इसलिए वे जानबूझकर और अपराध करते हैं ,ताकि उन्हें वापस जेल में भेज दिया जाए । वहां उनकी आजादी पर भले ही पाबंदी रहती हो ,लेकिन उन्हें अपने बारे में कम फैसले लेने पड़ते हैं।

इंसान का स्वभाव भी इसी तरह बदलाव विरोधी होता है । हमें बदलाव तकलीफ दे लगती है, बदलाव का नतीजा अच्छा हो या बुरा पर अक्सर इससे तनाव बढ़ता है । कई बार हम अपनी बुराइयों के साथ जीने में इतना आराम महसूस करते हैं, कि बेहतरी के लिए होने वाले बदलाव को भी कुबूल नहीं करना चाहते। अब तक तो आपको Attitude ka matlb समझ आ गया होगा |

Food of thought:

प्रश्न:1 – हमारा नजरिया किन चीजों से बनता है?

प्रश्न:2 – क्या हम क्या हम नजरिए के साथ जन्म लेते हैं, या उसे बाद में विकसित करते हैं?

प्रश्न: 3–क्या नकारात्मक नजरिए को बदला जा सकता है ?अगर हां तो कैसे?

कृपया अपने उत्तर कमेंट बॉक्स में लिखें।🙏

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